मुंबई। रसेल क्रो की ग्लैडिएटर याद है ना कि भूल गए। एपिक फिल्मों की माइलस्टोन फिल्म ग्लैडिटर से तुलना तो हर एपिक फिल्मों की तो बरबस ही बन ही जाती है। लेकिन उसके मुकाबले खड़े होने का दम कोई नहीं भर पाता। पर मोहेंजो दारो ग्लैडिएटर के सामने कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
मोहेंजो दारो के सरमन के बकर-जोकर नाम के दो विशालकाय लोगों से फाइट की परिकल्पना ही 16 साल पहले ग्लैडिएटर के ओपनिंग सीन की याद दिला देते हैं। सबकुछ एकदम फ्लैश बैक में चला जाता है। लेकिन 16 साल के अंतराल में जब वीएफएक्स सामान्य से भी सीन में हावी है तब भी मोहेंजो दारो के इस सीन को वीएफएक्स रहित शुद्ध हाथापाई सीन की परिकल्पना तो आशुतोष गोवालिकर ही कर सकते हैं।
सूत्रों की मानें तो फिल्म के इस सीन को देखकर वहां मौजूद क्रू के लोग ग्लैडिटर-ग्लैडिटर चिल्लाने लगे। सबकुछ कहीं न कहीं देखा देखा सा लग रहा था, लेकिन रसेल क्रो और रीतिक के फाइट में बहुत कुछ अलग है। सबसे अलग तो रीतिक के अपोजिट लड़ने वाले दो दैत्य हैं। इस पिट फाइटिंग सीन की शूटिंग भुज में हुई है। जहां की चिलचिलाती धूप में इसे कर पाना वास्तव में एक कठिन काम था। लेकिन क्रू की मेहनत और डायरेक्टर के विल के आगे इसे शूट कर ही लिया गया।
12 अगस्त को रिलीज होने वाली फिल्म मोहेंजो दारों को आशुतोष गोवालिकर ने डायरेक्ट किया है। यूटीवी मोशन पिक्चर और आशुतोष गोवालिकर प्रोडक्शन फिल्म के प्रस्तुतकर्ता हैं। सुनीता गोवालिकर व सिद्दार्थ रॉय कपूर ने प्रोड्यूस किया है। फिल्म में मुख्य भूमिका में रितिक रोशन हैं जिनके अपोजिट पूजा हेगड़े कास्ट की गईं है। पूजा की यह पहली फिल्म है। फिल्म में कबीर बेदी और अरुणोदय सिंह जैसे मंझे कलाकार भी हैं।