मुंबई। फिल्म तलवार और पीकू की सफलता के बाद एक्टर इरफान खान के हौसले बुदंल हैं। और अब इरफान अब अपनी हार्ड हिटिंग फिल्म मदारी के साथ एक बार स्क्रीन पर धामाका करने को तैयार हैं।
लेकिन क्या आपको पता है कि मदारी फिल्म बनाने के पीछे महिला सशक्तिकरण का बहुत बड़ा रोल है ? फिल्म में जिम्मेदारी और हालात को सही तरीके से हैंडल करने के बारे में अच्छी तरह दिखाया गया है।
फिल्म के पीछे काम करने वाली महिलाओं ने इस विषय को अच्छी तरीके से एक धागे में पिरोकर आपके सामने लाया है। इरफान की पत्नी सुतपा सिकदर फिल्म की प्रोड्यूसर हैं। पूजा फिल्म की दीपशिखा देशमुख, शैलजा केजरीवाल (स्टोरी आइडिया), मिराज एंटरटेंमेंट की प्रमुख सोनल देशपांडेय भी ने एक साथ मदारी का निर्माण किया है। इन्होंने मदारी को अपना सर्वोत्तम दिया है और इन्हीं की कल्पना के कारण फिल्म काफी दिलचस्प बनी है।
फिल्म के थ्रिलर होने के साथ इसे पिता-पुत्र के रिलेशन में बांधने का भी काम इन्होंने ही किया है। जिसके इमोशन के कारण आपको फिल्म देखते-देखते रूमाल की जरुरत जरूर महसूस होगी।
सुतपा सिकदर कहतीं हैं “ हमारे विंग में पावरफुल महिलाओं के होने के कारण मदारी की सिस्टम से लड़ने की कहानी इतनी सशक्त बनी है’’शैलजा केजरीवाल कहतीं है ’’ मदारी की सारी हिरोइनें बिहाइंड द सीन हैं’’दीपशिखा की मानें तो ’’ये हमारा संयुक्त प्रयास था जिसके कारण सही संवेदनाएं और निर्णय लेने की क्षमता अपने निश्चित जगह पर उभर कर सामने आया है ’’सोनल देशपांडेय का मानना है ’’मैं निजी तौर एक हाई कंटेट वाली मूवी के साथ जोड़कर गर्व महसूस कर रही हूं। खासतौर पर इरफान सर और निशि सर के साथ काम करना बडा प्लेटफॉर्म है और यह विमिन पावर का ही नतीजा है’’